विदर्भ

पांढराकवड़ा की बाघिन को मिलेगा गोरेवाड़ा में ठिकाना

१५ दिन पहले लायी गई थी ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर

नागपुर प्रतिनिधि/दि.१४ – यवतमाल जिले के पांढरकवड़ा से ट्रैंक्युलाइज कर ला गई बाघिन की हालत अभी ठीक है. उसके कंधे का घाव ८० प्रतिशत ठीक हो गया है. इस बाघिन को कहा भेजा जायेगा यह तय नहीं हुआ है. फिलहाल इसे गोरेवाडा भेजने की तैयारी है. सप्ताह भर में बाघिन को सेमिनरी हिल्स के ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर से गोरेवाडा में शिफ्ट किया जा सकता है.

  • इंसानों के लिए बन गई थी खतरा

करीब १५ दिन पहले बाघिन को सेमिनरी हिल्स लाया गया था. जहां उसे १४ दिन क्वारेटाइन रखा गया. यह बाघिन पांढरकवडा वन क्षेत्र में इंसानों के लिए खतरा बन गई थी. कई मवेशियों के साथ-साथ एक महिला को भी इसने मार दिया था. अंधारवाडी,वारा,वासरी, कोपामांडवी,कोब्बई परिसर में बाघिन का दो महिने से दहशत था. इस वन विभाग द्वारा वहां से पकड़कर सेमिनरी हिल्स में रखा गया था. बाघिनको जब यहां लाया गया था, तो उसके गर्दन पर एक गहरा घाव था. उपचार के बाद घाव करीब ८० प्रतिशत ठीक हो गया है. क्वारेंटाइन का समय भी पूरा हो गया हैे ऐसे में इसे गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में लाया जा सकता है. अभी तक वन विभाग की ओर से बाघिन को लेकर कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किए गये हैं.

  • शिफ्ट किया जा सकता है

बाघिन केे गर्दन पर लगा घाव लगभग ठीक हो गया है। ऐसे में जल्द ही इससे संबंधित कमेटी के निर्णय के बाद इसे यहां से शिफ्ट किया जा सकता है।
नितिन काकोडकर,
पीसीसीए, (वन्यजीव),
वन विभाग, नागपुर

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