विदर्भ

मकान के गेट पर प्लास्टिक थैली में मिला टाईम बम

पुलिस ने अथक प्रयासो से किया निष्क्रिय

* आर्वी में बडा अनर्थ टला, नागरिको की घटनास्थल पर भारी भीड
* पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी
आर्वी/दि.29– शहर के विठ्ठल वार्ड परिसर में रहनेवाले ज्ञानेश्वर कालमोरे के मकान के लोहे के गेट पर किसी ने प्लास्टिक थैली में टाईम बम लगाकर रख दिया. भाग्यवश यह बात सुबह के समय प्रांगण की सफाई कर रही महिला के ध्यान में आने के बाद तत्काल पुलिस प्रशासन को घटना की जानकारी दी गई. जानकारी मिलते ही पुलिस के दल ने घटनास्थल पहुंचकर बम निरोधक दल की सहायता से इस टाईम बम को निष्क्रिय किया गया. इस कारण बडा अनर्थ टल गया. अब पुलिस सिरफिरे आरोपी की तलाश में जूट गई है. यह कृत्य कालमोरे परिवार की बेटे का रिश्ता तोडने के इरादे से किया रहने की बात घटनास्थल पर मिली चिठ्ठी से स्पष्ट हुई है.

जानकारी के मुताबिक विठ्ठल वार्ड निवासी ज्ञानेश्वर कालमोरे के सामने बुधवार 28 फरवरी को सुबह 6 बजे के दौरान परिवार के सदस्य प्रांगण की साफसफाई कर रहे थे. इसी दौरान मकान के प्रवेश द्वार पर लोहे के गेट पर एक प्लास्टिक थैली लोहे की जंजीर में बंधी हुई नजर आई. उस थैली से टिक-टिक की आवाज आ रही थी. आंगण झाड रही महिला ने तत्काल यह बात अपनी दादी को बताई. दादी ने जब थैली में देखा तो उन्हें बम रहने का संदेह हुआ. इस कारण उन्होंने तत्काल परिवार के सभी सदस्य व किराएदारो को पीछे के दरवाजे से बाहर निकाल दिया और घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. जानकारी मिलते ही आर्वी पुलिस का दल और उपविभागीय पुलिस अधिकारी देवराव खांडेकर अपने दल के साथ तत्काल घटनास्थल आ पहुंचे. दूसरी तरफ थैली में टाईम बम रहने की जानकारी शहर में फैलते ही नागरिकों की कालमोरे निवासस्थान के सामने भारी भीड जमा हो गई थी. पुलिस ने इस बम को निष्क्रिय करने के लिए तत्काल बम निरोधक दल को बुलाया. पश्चात काफी सतर्कता से इस बम को निष्क्रिय किया गया. टाईम बम को निष्क्रिय करने के लिए थानेदार प्रशांत पाटणकर, उपनिरीक्षक सर्वेश बेलसरे, गजानन मरस्कोल्हे, संदीप कावरे, मिलिंद पाईकवार, स्वप्निल निखरे, उपनिरीक्षक प्रकाश सरोदे, प्रमोद दुरतकर, देवानंद बोरकर, महेश सुकुंडे, अनिल गावंडे आदि ने सहयोग किया. घटनास्थल पर डॉग स्क्वॉड भी तैनात रखा गया था.

* लोहे की चैन से ताला बांधकर रखा था टाईम बम
बताया जाता है कि, ज्ञानेश्वर कालमोरे के मकान के प्रवेश द्वार के लोहे के गेट पर लोहे की चैन से ताला लगाकर टाईमिंग सेट कर इस टाईम बम को प्लास्टिक की थैली में रखा गया था. इस थैली से पुलिस को दो चिठ्ठी बरामद हुई है. उस चिठ्ठी में लिखा गया था कि, थैली में टाईम बम है. हाथ लगाया तो जोरदार धमका होगा और घर जल जाएगा. दूसरी चिठ्ठी में लिखा था कि, मेरे बताने के बावजूद तुने सगाई कर ली. पुलिस ने दोनों चिठ्ठी जब्त कर आरोपी की तलाश शुरु कर दी है.

* जनवरी में बडे बेटे का हुआ रिश्ता तय
ज्ञानेश्वर कालमोरे ने पुलिस को बताया कि, उसके बडे बेटे का रिश्ता पिपरी पुनर्वास में रहनेवाले मोझरी के एक घराने में हुआ है. जनवरी माह में सगाई हुई. संबंधित लडकी माता-पिता की इकलौती बेटी है और संपत्ति की अकेली वारिस है. इस संपत्ति को हडपने के इरादे से यह टाईम बम लगाकर धमकाने का प्रयास होने का संदेह ज्ञानेश्वर की पत्नी वंदना कालमोरे ने व्यक्त किया है.

* खतरनाक था बम
सूत्रो के मुताबिक प्लास्टिक थैली में बरामद हुआ यह टाईम बम 100 सुतली बम की शक्ति का था. इसे एक प्लास्टिक डिब्बे में सफेद और पिले रंग पावडर, कागज के टुकडे, माचिस की तिली पर लगा बारुद और बडे पत्थर डालकर इसे टाईमर व बैटरी से सेट किया गया था. यदि विस्फोट होता तो भारी अनर्थ होता. पत्थर के टुकडे उडकर जनहानी भी हो सकती थी, ऐसे बम निरोधक दल के अधिकारी ने कहा. गुडमॉर्निंग दल के मिलिंद पाईकवार की सूचना पर तत्काल एसडीपीओ देवराव खंडेराव घटनास्थल आ पहुंच गए थे. इस टाईम बम के विस्फोट को केवल 6 मिनट शेष रह गए थे. इसी दौरान उसे निष्क्रिय किया गया. यदि थोडा समय बित जाता तो बडा अनर्थ हो जाता. एसडीपीओ खंडेराव ने इंजिनियरिंग की शिक्षा ली है. साथ ही गडचिरोली में नौकरी करते समय मिले अनुभव के आधार पर बम को बिजली आपूर्ति करनेवाली तार काटने से यह टाईम बम निष्क्रिय हो पाया.

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