जब यूनिट तैयार नहीं, तो फिर उद्घाटन क्यों?
धारणी के नागरिक कर रहे सवाल

* उपजिला अस्पताल में डायलिसिस यूनिट बना विवादों का केंद्र
* इलाज के लिए तरस रहे मरीज
* कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
धारणी/दि.4-धारणी उपजिला अस्पताल में आठ दिन पूर्व यानी बीते शुक्रवार को डायलिसिस यूनिट का उद्घाटन किया गया. उद्घाटन अवसर पर स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार की बातें की गईं थी, लेकिन उद्घाटन के बाद सच्चाई कुछ और ही निकली. डायलिसिस मशीनें अब तक शुरू नहीं हुई हैं, तकनीकी डॉक्टर और स्टाफ की कमी है और मरीज आज भी इलाज के लिए तरस रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है जब यूनिट तैयार नहीं थी, तो फिर उद्घाटन का यह दिखावा क्यों किया गया?जब मशीन शुरू होती थी उसके बाद उद्घाटन करना था ऐसा भी सवाल आम नागरिकों में पूछा जा रहा है.
अब डायलिसिस यूनिट के अधूरे संचालन ने उनकी कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं. इलाज शुरू नहीं, केवल औपचारिकता पूरी? डायलिसिस जैसी गंभीर स्वास्थ्य सुविधा का उद्घाटन यदि सिर्फ मंच सजा कर कर दिया जाए, और यूनिट का संचालन ही शुरू न हो, तो यह सीधा-सीधा जनता को गुमराह करना है. मरीजों की जान से जुड़ा मामला केवल फोटो और दिखावे तक सीमित रह जाए, तो यह स्वास्थ्य तंत्र पर कलंक है. उद्घाटन समारोह की निमंत्रण पत्रिका में सांसद का नाम नहीं रहने यह चर्चा का विषय बना हे.
मेलघाट जैसे दुर्गम क्षेत्र में जहाँ आज भी किडनी के मरीजों को अमरावती या नागपुर भेजा जाता है, जबकि धारनी से अमरावती का मार्ग ऐसा है की मरीज आधा ही हलकान हो जाता है. वहां डायलिसिस यूनिट की घोषणा लोगों में उम्मीद की किरण थी. लेकिन अब यह उद्घाटन समारोह एक और झूठा सपना बनकर रह गया है.
जब यूनिट तकनीकी रूप से तैयार नहीं थी, तो उद्घाटन क्यों किया गया? यह सवाल धारणी की जनता कर रही है. मेलघाट की जनता को उद्घाटन नहीं, इलाज चाहिए. डायलिसिस यूनिट तुरंत शुरू की जाए, यह मांग जोर पकड रही है.





