हतरु परिसर में बाघ की दहशत, बैल की मौत

आदिवासियों में दहशत

चिखलदरा /दि.11– मेलघाट में हाल ही में बाघों की संख्या बढ रही है. पालतू प्राणियों पर हमले हो रहे है. अब बहुल क्षेत्र हतरु के पास मारीता ग्राम में एक बैल का बाघ ने शिकार कर लिया. यह घटना शनिवार को उजागर हुई. व्याघ्र प्रकल्प परिसर के क्षेत्र में यह घटना घटी. क्षेत्र मेें बाघ के संचार से आदिवासियों में दहशत व्याप्त है.

मारीता ग्राम निवासी अनिल बाजीलाल कास्देकर का 40 हजार रुपए मूल्य का 6 वर्षीय बैल राहु बिटके जंगल में गया, तब बाघ ने उस पर हमला कर दिया. इस हमले में बैल की मृत्यु हो गई. जारीदा व परिक्षेत्र अधिकारियों ने कर्मचारियों की सहायता से घटनास्थल का पंचनामा किया. बैल के नुकसान भरपाई की मांग पंचायत समिति के पूर्व उपसभापति नानकराम ठाकरे समेत किसान ने की है.

* सावधान, मृत बैल पर विष प्रयोग किया तो?
– पालतू प्राणियों पर बाघ अथवा वन्य प्राणी ने हमला किया, तो मृत जानवरों के मांस पर विष प्रयोग कर वन्य प्राणियों का शिकार करने की घटना अनेक बार मेलघाट में उजागर हुई है. इससे वन व व्याघ्र प्रकल्प अब सतर्क हो गया है. मृत पालक जानवरों का मुआवजा दिा जाता है.
– 9 दिसंबर से आगामी 7 से 8 दिनों के कालावधि में बैल के मृत शरीर पर विष प्रयोग अथवा कोई भी कृति कर कोई भी वन्य प्राणी घायल अथवा मृत हुआ, तो संबंधित को जिम्मेदार ठहराकर नुकसान भरपाई नहीं दी जाएगी.

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