मलेरिया की रोकथाम के लिए मोर्शी में किया जा रहा जनजागरण
उप जिला अस्पताल प्रशासन ने सतर्कता बरतने का किया आह्वान

*उपाय योजना संबंधी मार्गदर्शन
मोर्शी/दि.13-राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जून माह को मलेरिया प्रतिरोध माह के रूप में मनाया जाता है. चूंकि मलेरिया मादा एनोफिलीज मच्छर से फैलता है, इसलिए यदि सावधानी बरतीं जाए तो मलेरिया से मुक्ति मिल सकती है. इसके लिए उपाय करना आवश्यक है, इसलिए उप-जिला अस्पताल, मोर्शी के चिकित्सा अधीक्षक के माध्यम से 01 से 30 जून तक मलेरिया रोकथाम माह मनाने की अपील की गई है.
स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे राज्य में 01 से 30 जून तक का महीना मलेरिया रोकथाम माह के रूप में मनाया जाता है. यह बीमारी मादा एनोफिलीज मच्छर से फैलती है. यह मच्छर रुके हुए पानी, रुके हुए बर्तन, टंकी, गटर, नालियों, पुराने टायर, टूटे हुए डिब्बे, टूटी हुई बाल्टियों यानी पानी वाले स्थानों में अंडे देती है. यह एक मच्छर है जो मलेरिया का कारण बनता है.मलेरिया को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने उपाय योजना बतलाई हैं. यदि रोगी को बुखार हो जाए और बुखार कम न हो तो रोगी के शरीर को गीले कपड़े से पोंछें और तुरंतनजदीकी सरकारी उपकेंद्र, निजी अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल या निजी चिकित्सक से उपचार करवाएं, सप्ताह में एक दिन सूखा रखें, अर्थात घरेलू जल संग्रहण बर्तन, टंकी, तालाब, टंकी और कुण्ड आदि को 6वें दिन पोंछकर साफ कर लेना चाहिए और पूरी तरह सूखने के बाद पानी भरना चाहिए, पानी की कमी होने पर पानी को मोटे कपड़े से छान लें, और सप्ताह में एक दिन सूखा रखें, घर की छत पर या आंगन में पड़े टायर, बोतलें और टिन के डिब्बे जैसी बेकार वस्तुओं को नष्ट कर दें या उनका निपटान करें, सभी को अपने घरों के सामने की नालियों को साफ रखना चाहिए, पानी बहता रहना चाहिए, घर के आस-पास गड्ढ़े या नालियाँ न बनने दें, अगर ऐसा हो तो जमा पानी को निकालने के लिए घरेलू उपाय अपनाएँ, क्षेत्र में गप्पी मछली छोड़ी जानी चाहिए, शौचालय की गैस पाइप पर एक पतला कपड़ा या नायलॉन बैग बांधें, मच्छरों से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें, यदि संभव हो तो दरवाजों और खिड़कियों पर जाली लगाकर मच्छरों से बचाव करें, मच्छरों से बचने के लिए शाम के समय लंबे, ढीले, पूरी बाजू के कपड़े पहनें, यदि लोग उपरोक्त उपायों पर अमल करें तो मच्छरों के काटने से बचना और उनसे होने वाली बीमारियों से छुटकारा पाना आसान है. उपरोक्त सभी उपायों पर अमल कर नागरिकों से सहयोग की अपील जिला मलेरिया अधिकारी अमरावती डॉ. शरद जोगी, जिला फाइलेरिया रोग अधिकारी डॉ. जुनेद, उपजिला अस्पताल मोर्शी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रमोद पोतदार, चिकित्सा अधिकारी डॉ. सचिन कोरडे ने किया है. इसमें स्वास्थ्य सहायक विनय शेलुरे, कर्मचारी प्रकाश मंगले, प्रशान दरे, नंदू थोरात, ऋषि दहेकर, अक्षय शेवाले, सुधाकर कडू, गजानन शिवणकर ने भाग लिया.