6.67 लाख मतदाताओं ने कर्तव्य को दिखाई पीठ
अमरावती/दि.29– लोकतंत्र को मजबूत करने हेतु मतदान करना सबसे महत्वपूर्ण अनिवार्य होता है. यहीं वजह है कि, मतदान को राष्ट्रीय कर्तव्य माना जाता है. परंतु अमरावती संसदीय क्षेत्र में 26 अप्रैल को हुए लोकतंत्र के महाउत्सव में 6 लाख 66 हजार 957 मतदाताओं ने मतदान नहीं करते हुए अपने राष्ट्रीय कर्तव्य को पीठ दिखा दी. जिनमें शहरी क्षेत्र के मतदाताओं का प्रमाण अधिक है.
अमरावती संसदीय क्षेत्र में 18 लाख 36 हजार 78 मतदाता है. मतदाता सूची के पुनर्रिक्षण कार्यक्रम के तहत इस बार मतदाता सूची को सटिक किए जानेे के चलते सूची में रहनेवाले अनावश्यक नाम हटा दिए गए थे. जिससे मतदाता सूची में मतदाता संख्या बिना वजह नहीं बढी. जिसके चलते निर्वाचन विभाग को उम्मीद थी कि, इस बार मतदान का प्रमाण बढेगा.
जो कुछ हद तक सही भी रहा और इस बार के चुनाव में 63.67 फीसद मतदान हुआ. इसके अलावा सुबह के वक्त बदरीला मौसम रहने के साथ ही मतदाताओं के उत्साह और दर्यापुर, अचलपुर व मेलघाट निर्वाचन क्षेत्रो में देर रात तक चले मतदान की वजह से विगत तीन दशको में इस बार के चुनाव में पहली बार मतदान का प्रतिशत सर्वाधिक रहा. लेकिन इसके बावजूद शहरी मतदाताओं का मतदान प्रतिशत काफी कम रहा. मतदानवाले दिन सरकारी छुट्टी रहने के साथ ही इसके बाद लगातार दो दिनों का अवकाश रहने के चलते कई मतदाताओं ने मतदान की अवहेलना करते हुए घुमने-फिरने को प्राधान्य दिया. इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है.
इस बार अनुसूचित जाति, आदिवासी एवंम् मुस्लिम बहुल क्षेत्रो में मतदान का प्रतिशत अच्छा-खासा बढा. जिसकी तुलना में अन्य भागो में मतदान काफी कम रहा.
मतदानवाले दिन सुबह के वक्त बदरीला मौसम रहने के चलते मतदान के पहले चरण में मतदाताओं की अच्छी-खासी भीड रही. उसके बाद तेज धूप पडने के साथ ही तापमान 39 से 40 डिग्री सेल्सिअस पर जा पहुंचा. इसकी वजह शहर के कई मतदान केंद्रो पर मतदाताओं की भीड घट गई. इसके अलावा बुथ स्तर पर राजनीतिक दलो का कोई विशेष नियोजन दिखाई नहीं दिया और कई मतदाता को वोटर स्लिप भी नहीं मिली.
* कहां कितने मतदाताओं ने नहीं किया मतदान
बडनेरा – 1,49,485
अमरावती – 1,37,174
तिवसा – 1,01,943
दर्यापुर – 99,236
मेलघाट – 81,606
अचलपुर – 87,513
* मतदान नहीं करनेवालो में 3.54 लाख महिलाएं भी
– केवल 60.24 फीसद महिलाओं ने डाला वोट
– अमरावती संसदीय क्षेत्र में मतदान नहीं करनेवाले लोगों में 3 लाख 54 हजार 597 महिला मतदाताओं का भी समावेश रहा. जिसके चलते कुल महिला मतदाताओं में से केवल 60.24 फीसद महिलाओं द्वारा ही मतदान किया गया. विशेष उल्लेखनीय है कि, राजनीति में महिलाओं की सक्रिय सहभागिता बढाने के साथ ही मतदान प्रतिशत को बढाने के लिए सरकार सहित निर्वाचन विभाग द्वारा कई स्तरो पर तरह-तरह के प्रयास किए जाते है. परंतु इसके बावजूद भी राष्ट्रीय कर्तव्य पूर्ती में महिलाओं की सहभागिता पुरुषो के मुकाबले कहीं न कहीं कम दिखाई देती है.
इसमें भी यह विशेष उल्लेखनीय है कि, जहां इस बार आदिवासी बहुल मेलघाट निर्वाचन क्षेत्र की कम पढीलिखी महिलाएं वोटिंग करने में सबसे आगे दिखाई दी और मेलघाट में 1 लाख 37 हजार 830 यानि 70.47 फीसद महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. वहीं आंकडो के लिहाज से तिवसा में सबसे कम 82 हजार 192 और प्रतिशत के लिहाज से बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र में 52.81 फीसद महिलाओं ने ही अपना वोट डाला. इसके अलावा जिला मुख्यालय रहनेवाले अमरावती संसदीय क्षेत्र में वोट डालनेवाली महिलाओं की संख्या 92055 यानि 54.38 फीसद रही. वहीं दर्यापुर में 90276 यानि 62.48 और अचलपुर में 87803 यानि 64.43 फीसद महिलाओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया.