‘नोटा’ की केवल चर्चा, मतदान में नहीं दिखा!
अमरावती मंडल और मंडल न्यूज की लाइव रिपोर्टिंग
* बडी-बडी बातें करनेवालों ने चुपके से दबवाए पार्टी के बटन
अमरावती/दि. 27 – चुनाव आयोग ने कुछ बरस पहले देश के मतदाताओं को ‘नोटा’ का ऑप्शन दिया. जिसमें वोटर्स चुनाव मैदान में खडे उम्मीदवार पसंद न होने पर नोटा का बटन दबाकर अपना मत दे सकता है. अमरावती लोकसभा में शुरुआती दौर में नोटा का बटन दबाने और दबवाने की काफी चर्चा शुरु हो गई थी. जिससे लग रहा था कि, इस बार नोटा अच्छे-खासे वोट खींचेगा. किंतु अमरावती मंडल एवं न्यूज चैनल मंडल न्यूज के रिपोर्टर्स ने शुक्रवार को प्रत्यक्ष मतदान का नजारा देखा तो नोटा की चर्चा कोई नहीं करता दिखाई दिया. पहले उम्मीदवार पसंद नहीं होने की बाते भाजपा से लेकर विविध दल कर रहे थे. शिवसेना के भी लीडर्स ऐसी चेतावनी दे रहे थे. समय के साथ उनके ठंडे पड जाने का ही चित्र रहा.
* प्रत्याशी का भारी विरोध
भाजपा ने प्रत्याशी घोषित किया तो बडी नाराजगी पार्टी के नेताओं ने व्यक्त की थी. उसी प्रकार पदाधिकारियों ने खुलकर कहा था कि, वे नोटा के आप्शन को अपनाएंगे. इवीएम पर आखरी नंबर पर नोटा दर्ज होता है. उसका बटन दबाएंगे. शिवसेना के नेता भी ऐसी बात कर रहे थे.
* विरोध में वोट डालनेवाले स्वीच हुए!
विरोध के कारण अपना वोट नोटा को देने की धमकी दी गई थी. जिससे लग रहा था कि, अमरावती लोकसभा में इस बार नोटा का बटन काफी वोटर्स को आकर्षित कर लेगा. प्रत्यक्ष मतदान दौरान अमरावती मंडल के प्रतिनिधियों ने अनेक बूथो पर अवलोकन किया. वोटर्स से बातचीत का भी प्रयत्न किया. वोटर्स का विरोध कहीं नजर नहीं आया. हमारे प्रेस फोटोग्राफर्स और अन्य सूत्रों ने भी मतदाताओं से बातचीत और उनकी बॉडी लैंग्वेज से देखा कि, वोटर्स स्वीच हो गए. एक बजाय दूसरे दल को दे दिया.