राहुल के नेतृत्व पर आंबेडकर ने उठाए प्रश्न
अदानी की निंदा करते, उनके सहयोगी से गठजोड करते
बीड / दि. 12- वंचित बहुजन आघाडी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने राहुल गांधी और कांग्रेस की यहां जनसभा में आलोचना की. उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व पर कई सवाल उठाए. आंबेडकर ने कहा कि राहुल गांधी एक तरफ अदानी का विरोध करते हैं. दूसरी तरफ अदानी का खुल्लम खुल्ला साथ देनेवाले और अदानी की प्रशंसा करनेवाले राकांपा शरद पवार से गठबंधन करते हैं. राकांपा नेता पवार कहते है कि अदानी जैसा दूसरा अच्छा आदमी नहीं हैं. उनके उद्घाटन के लिए जाने पवार सदैव एक पांव पर तत्पर रहते हैं. ऐसे लोग नरेंद्र मोदी से क्या लडेंगे ? अमित शहा से क्या भिडेंगे?
आंबेडकर ने कहा कि राहुल गांधी ढंग से निर्णय भी नहीं कर पा रहे. जो व्यक्ति फैसला नहीं कर सकता, वह देश का नेतृत्व कैसे करेगा? यह सीधा सरल सवाल हैं. बाला साहब आंबेडकर ने कहा कि कांग्रेस हमसे न टकराए. क्योंकि कांग्रेस को राजकीय निर्णय लेते नहीं आ रहा. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस लालू- नीतिश के साथ है. किंतु वहीं कांग्रेस ममता बैनर्जी के साथ है या नहीं , कहा जा नहीं सकता. अलग-अलग राज्यों में गठजोड हुए है, वह कांग्रेस कायम रख सकेगी, या नहीं, यही प्रश्न हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के इर्द-गिर्द जो इकट्ठा हुए है, वे भाजपा से कांग्रेस में आए हैं. उनसे मेरा सवाल है कि आपकी भूमिका स्पष्ट करें. हमें कहा जाता है कि एक पत्र से गठजोड होता है क्या ? फिर कैसे होता है ? एक दूसरे से बोलकर ही गठजोड होता है, हमने चिठ्ठी दी है. निर्णय कांग्रेस नहीं कर पा रही.
* मोदी को हिमालय में भेज दें
आंबेडकर ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आयेगा, देश मेंं परिस्थिति बिगडेगी. संघ ने अब नया प्रचार शुरू किया है. मोदी को तीसरी टर्म मिलेगी. दो वर्ष प्रधानमंत्री रहने के बाद वे साधु बनकर हिमालय मेें चले जायेंगे, ऐसा प्रचार हो रहा हैं. दो वर्ष क्यों कह रहे ? आप उन्हे अभी हिमालय मेें भेज दें. देश का भला होगा. यह चुनौती भी आंबेडकर ने संघ नेताओं को दी.
* कांग्रेस नेता मोदी के इशारे पर
आंबेडकर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता मोदी के इशारे पर नाच रहे हैं. मोदी ने ही उन्हें अलग लडने कहा है. इसलिए वे गठजोड का नाटक कर रहे हैं. इन्हें ईडी की जांच की चिंता हैं. कांग्रेस के नेताओं के नाम और फोटो वायरल हो रहे हैं. जिन्हें ईडी ने लपेटा हैं. वह सभी जानते हैं कि आगामी अप्रैल तक सत्ता मोदी के पास हैं. इसलिए मोदी जो कह रहे हैं. चाह रहे हैं. वह कांग्रेस नेता कर रहे हैं.