महाकवि पद्मश्री नामदेव ढसाल की जयंती मनाई
सृजन साहित्य संघ व मावला संगठना का आयोजन

अमरावती/दि.21 – सृजन साहित्य संघ का सामाजिक उपक्रम गौरवास्पद रहने से सभी उसे सहयोग करें, यह आवाहन पूर्व मंत्री सुरेन्द्र भुयार ने किया. महाकवि पद्मश्री नामदेव ढसाल जयंती पर्व पर नामदेव ढसाल की यादों को ताजा करते हुए उनके साथ के अनुभव उपस्थितों के समक्ष प्रस्तुत किये. नामदेव ढसाल के विविध किस्से बताकर पूर्व मंत्री सुरेन्द्र भुयार ने उपस्थितों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
सृजन साहित्य संघ व मावला संगठना के संयुक्त तत्वावधान में महाकवि पद्मश्री नामदेव ढसाल की जयंती 20 फरवरी को किशोर नगर स्थित महातंत्र कौशल्य विकास प्रशिक्षण केंद्र में मनाई गई. समाजसेवक डॉ. नरेन्द्र रोंघे की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रुप में स्तंभ लेखक भालचंद्र रेवणे,दयालनाथ मिश्रा,क्रांतिज्योती ब्रिगेड के अध्यक्ष नंदेश अंबाडकर,ओबीसी महासंघ के अध्यक्ष संजय मापले,संजय महल्ले,पंडित रामराव घोडस्कर महाराज,शरद जोध, अशोक इंगले, प्रा. अतुल डांगे, सलीम मिरावाले, डॉ. विजय वडगावकर, सत्यप्रकाश गुप्ता उपस्थित थे.
इस समय उपस्थित मान्यवरों के हाथों पंडित रामराव घोडस्कर महाराज, शरद जोध, अशोक इंगोले, अतुल डांगे, सलीम मिरावाले, डॉ. वी.के. वडगावकर, सत्यप्रकाश गुप्ता सहित अन्य मान्यवरों का सम्मानचिन्ह, सम्मान पत्र व पुष्पगुच्छ देकर सत्कार किया गया. प्रात्साविक में नाना रमतकर ने पद्मश्री नामदेव ढसाल की कविता प्रस्तुत की वहीं कार्यक्रम की भूमिका मावला संगठन के अध्यक्ष बालासाहब कोराटे ने रखी.
इस समय पद्मश्री नामदेव ढसाल की जयंती व नाना रमतकार के जन्मदिन निमित्त कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. कवि सम्मेलन के अध्यक्ष के रुप में विष्णु सोलंके उपस्थित थे. इस समय कवि हनुमान गुजर, कवियित्री शालिनी मांडवधरे, निलिमा भोजने, कवि भास्कर बसवनाथे, कवियित्री शिवांगी वेरुलकर, कवि सुरेश चापोरकर,कवि टी.एफ. दहीवाडे, गोवर्धन रामटेके, विजय वडगावकर ने अपनी कविता प्रस्तुत की. संचालन आशा बडगे व आभार प्रदर्शन रोशन गजभिये ने किया. कार्यक्रम की सफलतार्थ शरद जोध, दिलीप इंगले,सत्यप्रकाश गुप्ता,राम नुरजकर, संजय महल्ले, निलिमा भोजने, मीना भेलांडे, प्रकाश खोब्रागडे ने प्रयास किये.