कार्यभार संभालते ही कुलगुरु डॉ. मनाली क्षीरसागर नागपुर से पहुंची गुरुकुंज में

राष्ट्रसंत की महासमाधि के किए दर्शन

* आश्रम परिसर की ली संपूर्ण जानकारी
गुरुकुंज मोझरी/दि.4 -राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की कुलगुरु के रूप में नियुक्त डॉ. मनाली क्षीरसागर ने 3 दिसंबर को कार्यभार संभाला और कार्यभार संभालने से पहले उन्होंने नागपुर से सीधे श्री क्षेत्र गुरुकुंज आश्रम (मोझरी) में राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज की महासमाधि का दर्शन किया और आश्रम परिसर की पूरी जानकारी ली.
कुलगुरु डॉ. क्षीरसागर ने उस महापुरुष, जिनके नाम पर विश्वविद्यालय का नाम रखा गया है, ऐसे राष्ट्रसंत जिन्होंने पूरी दुनिया को मानवता का संदेश दिया, को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद विश्वविद्यालय की कुर्सी पर बैठने की इच्छा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि वे विश्वविद्यालय के पद पर आसीन होने की इच्छा लेकर नागपुर से सीधे गुरुकुंज आश्रम आईं हैं. उन्होंने कहा कि वे यहां से राष्ट्रसंत की नई ऊर्जा और आशीर्वाद लेकर विश्वविद्यालय से एक सुसंस्कारित पीढी का निर्माण करने का प्रयास करेंगी.
इस अवसर पर उनके साथ विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. राजीव हिवसे, ग्रंथपा डॉ. विजय खंडार, नितिन खरबडे के साथ ही अखिल भारतीय श्री गुरुदेव सेवा मंडल के सर्वाधिकारी प्रकाश महाराज वाघ, महासचिव जनार्दनपंत बोथे, उप सर्वाधिकारी बाबाराव पाटिल, प्रचार प्रमुख गोपाल कडू, गुलाब खबसे, डॉ. पालेकर, प्राचार्य मनोज कडू, डॉ. जनसेवक जयसवाल, अध्यात्म विभाग के प्रमुख डॉ. राजाराम बोथे, अमोल बांबलआदि उपस्थित थे. इस अवसर पर प्रा. अरविंद राठोड ने कुलगुरु डॉ. मनाली क्षीरसागर को राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज के संपूर्ण कार्यों के साथ-साथ आश्रम परिसर की भी जानकारी दी. आश्रम परिसर का अवलोकन करने के बाद, कुलगुरु डॉ. मनाली क्षीरसागर का अखिल भारतीय श्री गुरुदेव सेवा मंडल की ओर से राष्ट्रसंत तुकडोेजी महाराज ग्रंथसंपदा, ग्राम गीता, शॉल और श्रीफल भेंट कर स्वागत किया गया.

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