अमरावती रेलवे स्टेशन को स्थानांतरित करने के प्रस्ताव पर संसद में भूचाल

सांसद बलवंत वानखडे उठाई पूरजोर तरीके से आवाज

* भू-माफिया षड्यंत्र की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग
नई दिल्ली/दि.5- संसद के शीतकालीन सत्र में आज लोकसभा में अमरावती लोकसभा क्षेत्र के सांसद बलवंतवानखडे ने अमरावती से जुड़े एक बेहद गंभीर मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाते हुए सरकार का ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल से विरासत के रूप में खड़े अमरावती रेलवे स्टेशन को शहर से दूर ले जाने का प्रस्ताव किसी भी दृष्टि से जनहित में नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य स्टेशन की कीमती जमीन को व्यावसायिक परियोजनाओं के लिए भू-माफियाओं के हवाले करना है. सांसद वानखडे ने सदन में स्पष्ट कहा कि कुछ जनप्रतिनिधि और प्रभावी शक्तियां रेलवे स्टेशन को स्थानांतरित कर उसके विशाल भूभाग का व्यावसायिक दोहन करने की योजना चला रही हैं, जिससे अमरावती के नागरिक, व्यापारी, उद्योगपति, विद्यार्थी और सभी सामाजिक क्षेत्र में भारी रोष व्याप्त है. उन्होंने इस संदर्भ में केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की अपील की.
आज इस विषय को लेकर सांसद बलवंत वानखडे द्वारा लोकसभा में मुद्दा उठाते हुए कहा गया कि, अमरावती रेलवे स्टेशन को हटाने का कोई भी प्रस्ताव तुरंत निरस्त किया जाए, प्रकरण की स्वतंत्र और समयबद्ध उच्चस्तरीय जांच कर भू-माफियाओं को लाभ पहुंचाने वाले जिम्मेदार लोगों को उजागर किया जाए, रेलवे उडानपुल की मरम्मत हेतु स्टेशन चौक से राजकमल चौक तक के फ्लाईओवर की मरम्मत के लिए तत्काल निर्देश जारी किए जाएं, अमरावती रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण करते हुए यात्रियों की सुविधाओं में विस्तार और नई ट्रेनों को मंजूरी शीघ्र प्रदान की जाए.
इसके साथ ही सांसद बलवंत वानखडे ने सरकार को चेतावनी दी कि अमरावती के मूल हितों, विकास व ऐतिहासिक धरोहर से जुड़ी मुद्दे पर कोई समझौता स्वीकार नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अमरावती के लोगों ने रेलवे स्टेशन को स्थानांतरित करने के प्रस्ताव को सख्त विरोध के साथ खारिज किया है, और अब केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस विषय में तात्कालिक निर्णय लेकर स्थिति स्पष्ट करे. सदन में उनका भाषण सुनने के दौरान कई सदस्यों ने इस मुद्दे की गंभीरता से सहमति जताई. अब पूरा अमरावती शहर इस मामले में केंद्र सरकार के रुख की प्रतीक्षा कर रहा है.

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