निकिता हत्या मामले की सर्वांगीण जांच जरूरी
केन्द्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने हरियाणा के फरीदाबाद में दिन दहाड़े हुई निकिता तोमर नामक छात्रा की हत्या के मामले की व्यापक जांच करने का आश्वासन दिया है. साथ ही यह भी कहा है कि इस मामले की २०१८ से जांच की जायेगी. निकिता की सोमवार को दिन दहाड़े उस समय हत्या कर दी गई जब वह परीक्षा देने परीक्षा केन्द्र पर जा रही थी. पहले उसके अपहरण का प्रयास किया गया. बाद में गोली चलाकर उसकी हत्या कर दी गई. मृतका के परिजनों द्वारा निकिता को इंसाफ दिलाने की मांग की जा रही है. अधिकारीगण भी मृतका के परिवार को न्याय दिलाने की बात कह रहे है. जबकि इस मामले में स्पष्ट प्रमाण सीसीटीवी फुटेज के जरिए मिल रहे है. जिसमें गवाह आदि की आवश्यकता नहीं .चित्र में आरोपियों द्वारा उसके अपहरण के प्रयास तथा बाद में गोली मारकर उसकी हत्या की बात अपने आप स्पष्ट हो रही है, ऐसे में फॉस्ट ट्रैक अदालत में मामला चलाकर दोषियों को कडे से कडा दंड दिया जाए. इस बीच हमले में हथियार उपलब्ध करानेवाले आरोपी के रिश्तेदार को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वर्तमान में देश में असामाािजक तत्वों के कारण युवतियों और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है. इसके लिए कहीं न कहीं कानून व्यवस्था जिम्मेदार है. क्योंकि जिस तरह आरोपियों ने हत्या को अंजाम दिया उससे यह स्पष्ट है कि आरोपियों के मन में हत्या को लेकर कोई खौफ नहीं था. योजनाबध्द तरीके से वे महाविद्यालय के पास पहुंचे व घटना को अंजाम दिया.
यह घटना हरियाणा के फरीदाबाद में हुई. बल्लभगढ़ निवासी यह छात्रा सोमवार को बी. ए. की परीक्षा देने के लिए फरीदाबाद आयी थी. वहां पर पहले से घात लगाकर बैठे दो बदमाशों ने पहले तो उसका अपहरण करने की कोशिश की. छात्रा ने जैसे उनका मुकाबला किया एक बदमाश ने पिस्तौल निकालकर उस पर गोली चला दी. जिससे उसकी घटनास्थल पर मृत्यु हो गई. विशेष यह कि सारा घटनाक्रम महाविद्यालय के पास लगे सीसी टीवी कैमरे में कैद है. हर एक्टीविटी उसमें स्पष्ट नजर आ रही है. उसे देखकर हर किसी के मन में क्रोध निर्माण होने लगा है. घटनास्थल पर हजारों लोगों के समूूह ने प्रदर्शन भी किया. जिस पर वहां के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दोषियों पर कडा दंड देने का आश्वासन दिया. निश्चित रूप से यह घटना हर किसी के मन को खिन्न कर देनेवाली है. इस घटना के मामले में बताया जाता है कि आरोपी विगत दो वर्षो से छात्रा को धर्म परिवर्तन कर शादी करने के लिए धमका रहा था.इस बारे में दो वर्ष पूर्व संबंधित थाने मेें एफआयआर भी दर्ज है. पर पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई न किए जाने के कारण छात्रा की हत्या करने में ये असामाजिक तत्व कामयाब रहे. सबसे बड़ी बात तो यह है यह हमला दिन दहाड़े किया गया. जिस जगह हमला हुआ वहां पर कई लोग आवाजाही कर रहे थे. लेकिन कोई विरोध नहीं कर पाया. घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों को गिरफतार कर लिया है.
आरोपियों से व्यापक पूछताछ के बाद सारा घटनाक्रम सामने आ जायेगा. इसलिए जरूरी है कि इस घटना की व्यापक जांच की जाए. इससे पूर्व भी एक तरफा प्यार में कई युवतियों को जान गंवानी पड़ी. इसके पीछे मुख्य कारण कानून का डर न होना. अब जरूरी हो गया कि जो लोग कानून के प्रति सजग नहीं है उन्हें तत्काल दंडित किया जाना चाहिए. इसके लिए राज्य सरकार को भी योग्य निर्णय लेना जरूरी है. इस घटना के लिए अतिरिक्त प्रमाण या परिस्थितिजन्य प्रमाण की आवश्यकता नहीं. कैमरे में कैद प्रमाण के आधार पर आरोपियों को सजा दी जा सकती है. इसलिए जरूरी है कि सरकार स्वयं योग्य प्रमाण जुटाकर मामले की जांच करे. इससे पीडि़त परिवार को न्याय भी मिल जायेगा. इसके लिए संबंधित प्रशासन को योग्य कार्रवाई करनी चाहिए. बहरहाल यह घटना अपने आप में चिंतनीय है.ऐसी घटनाओं के खिलाफ लोगों को आगे आना चाहिए तभी असमाजिक तत्वों के हौसले नष्ट होंगे. फरीदाबाद की घटना हर किसी के मन को झकझोर कर देनेवाली है. इस घटना की व्यापक जांच होनी चाहिए और दोषियों को कडा दंड देना चाहिए.सारे घटनाक्रम में निकिता का हौसला ज्यादा मायने रखता है. उसने अपने बचाव का प्रयास किया. किंतु हमलावरों के हाथ में पिस्तौल रहने से वह स्वयं का बचाव नहीं कर पायी. बहरहाल सरकार की ओर से इस मामले की व्यापक छानबीन आरंभ हुई है. जिससे यह माना जा सकता है कि मृतका के परिजनों को योग्य न्याय मिल सकेगा. कुल मिलाकर हत्या की यह घटना निंदनीय है. इसकी व्यापक जांच कर पीडि़त के परिवार को न्याय दिया जाना चाहिए. कुल मिलाकर हत्या की यह घटना अत्यंत निदंनीय है.
इस मामले में सर्वांगीण जांच होना आवश्यक है. जब पीडि़ता ने २०१८ में ऐसी घटनाओं का जिक्र किया था तब एफआयआर भी दर्ज हुई थी तभी पुलिस यदि इस मामले को गंभीरता से लेती तो यह नौबत नहीं आती. बहरहाल पीडि़ता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए सरकार को यह मामला जल्द न्यायालय के सुपूर्द किया जाना चाहिए ताकि अपराधियों को योग्य सजा दी जा सके.