संपादकीय

कैसे जीए कोरोना के साथ

कोरोना के साथ कैसे जीना है. कोरोना वायरस जैसी बीमारी आयेगी और हम सबको जीने का रास्ता बदल देगी,ऐसा किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा. हे ना. आज कम से कम होली के त्यौहार को तीन महिने हो गये है. सिर्फ कोरोना उसके बिना दूसरा कुछ भी नहीं बोल रहे है. ये कोरोना वायरस बीमारी महाभयानक है. यह बात सभी के समझ में आ गई है. अमेरिका और इटली का अनुभव पीठपीछे रखकर अपना पूरा देश विगत तीन महिनों के लॉकडाऊन के मुसीबत में अटक गया है. पर पैसा होना जरूरी था! ऐसा नहीं करते तो क्या होता. ये आप सबको अच्छे से समझ में आ गया है. सोचने की कल्पना भी करोगे तो शरीर के रोंगटे खड़े हो जायेंगे. पर अभी लॉकडाऊन धीरे-धीरे खुल रहा है. ये होना ही है. क्योंकि आर्थिक और सामान्य लोगों का जीवन काम धंधे के बिना नहीं चल सकता.
आगे मैं कुछ टिप्स दूंगी कृपया आपको उसका निर्भयता से पालन करना है यह आपकी और आपके देश की भलाई के लिए है. इसलिए आरोग्य सेतु अप्लिकेशन डाऊन लोड करो कोरोना वायरस अपने साथ कम से कम (टीका)वैक्सीन आने तक तथा कम से कम सालभर रहेगा. हम लोग लॉकडाऊन में नहीं रह सकते. इसलिए हम सबको कोरोना वायरस के साथ ही जीना है.
फिर हम कैसे जीयेंगे

. जिनको काम के लिए बाहर निकलना जरूरी है सबसे पहले उन लोगों ने योजना करनी चाहिए कि आप लोग बाहर निकले तो एक बार में पूरे काम कैसे करे, क्योंकि बार-बार घर के बाहर न निकले.
क्योंकि जब भी आप कोई भी काम करने के लिए घर से बाहर निकले तो घर वापस आने के बाद आपको अच्छे से सिर से लेकर पैर तक हर टाईम में साबुन से नहाना है. ज्यादा से ज्यादा छोटे बच्चे/बुजुर्ग मधुमेह की और हार्ट की समस्या जिनको है वो लोग बाहर न निकले. सिर्फ बहुत जरूरी काम के लिए ही बाहर निकले.

२. बाहर कैसे व्यवहार करना है आपको मास्क (नकाब, मुखवटा)लगाना जरूरी है, उसके बिना बाहर नहीं निकलना चाहिए. मास्क आपका साथीदार है.मास्क आपके नाक के ऊपर रहना चाहिए. मास्क आप साधे कपड़े का भी इस्तेमाल करे तो भी चलेगा पर वो घर आने के बाद अच्छे से साबुन से धोकर सूखाने के लिए डालना है, एक से ज्यादा मास्क घर मैं रहने देना जरूरी है.क्योंकि बारिश में मास्क सूखते नहीं हैे. सिर्फ मास्क का भी इस्तेमाल किया तो भी आप लोगों को कोरोना वायरस का खतरा ८५ प्रतिशत से कम होगा. भीड़ करना नहीं. दो व्यक्ति में एक मीटर की दूरी रखनी चाहिए. जब हर समय आपको लगेगा की सार्वजनिक स्थान में कहीं आपने ज्यादा समय स्पर्श किया है तो जल्द ही हाथों पर हॅड सैनीटायरजर कम से कम ६० प्रतिशत देना है या साबून से हर एक घंटे के बाद हाथ धोने की आदत डालना है. दूसरों के मास्क व रूमाल का इस्तेमाल न करे. जब बाहर से कोई भी चीज खरीद कर लाए तो उसे अच्छे से साबुन या पानी से स्वच्छ करे. या सैनिटायजर से पोछ ले नहीं तो कुछ दिन उस चीज की जरूरत न हो तो उसका स्पर्श न करते हुए बाजू में रख दे.

सर्दी बुखार या थोड़ी बहुत खांसी जब हुई तो जल्द ही जांच की तो कोरोना जल्द ही साधी दवाई लेकर ठीक होता है. सबको प्रवेश की जरूरत नहीं रहती. आपको जब सर्दी बुखार हुआ तो तुरंत डॉक्टर को नहीं बताया तो आप आपके परिवार को और आसपास के लोगों के प्राण खतरे में डाल रहे हो ये भूलना मत.

सिर्फ ५ प्रतिशत लोगों को कोरोना वायरस से आईसीयू की जरूरत लगती है. बाकि लोगों को जरूरत नहीं पड़ती पर जब कभी आपने डॉक्टरों को जल्दी दिखाया नहीं तो और आपने छिपाकर रखा तो देर हो जाऐगी और देर होने के बाद डॉक्टर की सलाह ली तो आपको ठीक होने का मौका कम रहेगा. इसलिए सब लोगों को जल्द ही अपने डॉक्टर्स को दिखाना चाहिए और जांच करनी चाहिए. मेरी आप सबको मन:पूर्वक प्रार्थना है . मेहरबानी करके फलक पर बताई गई पांच सूचनाओं का अच्छे से पालन करे. नहीं तो हम सब लोगों को इससे भी ज्यादा कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा. हो सकता है कि फिर से लॉकडाऊन भी हो जायेगा.
इसलिए मेहरबानी करके सरकार जो बताए उन नियमों का पालन मन:पूर्वक करे और खुद को और देश को बचाओं.

                                                                                                                 डॉ. मोनाली ढोले.

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