पर्यटन विकास की दिशा में सार्थक कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियों कॉन्फेसिंग के जरिए 8 नए रेल गाडियों को हरी झंडी दिखाई. यह सभी रेलगाडिया देश के विभिन्न क्षेत्रों से आरंभ कर गुजरात के केवडिया पहुंचेगी. जिससे स्टॅच्यू ऑफ यूनिटी देखने जाने वालो को सुविधा होगी. गुजरात के अलावा देश के 6 राज्य दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश व तामिलनाडु अब सीधे केवडिया से जुड गये है. भारतीय रेलवे के इतिहास में यह पहला अवसर है. जब 6 रेलगाडिया एक साथ आरंभ की जा रही है. इसी तरह पर्यटन के विकास के लिए अन्य क्षेत्रों में भी कार्य हो रहे है. जिससे निश्चित रुप से आने वाले समय में पर्यटन के क्षेत्रों को पुन: बढावा मिलेगा.
कोरोना संक्रमण के बाद से पर्यटन उद्योग को काफी नुकसान उठाना पडा है. आरंभ में जहा लॉकडाउन के कारण लोगों का एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना संभव नहीं था. लॉकडाउन हटने के बाद लोग स्वयं कही पर जाने के लिए घबरा रहे थे. यही कारण है कि, विगत मार्च माह से पर्यटन उद्योग पूरी तरह बंद है. अब वातावरण में बदलाव आ रहा है. जिसके चलते पर्यटन उद्योग के भी अच्छे दिन आने की संभावना बढ गई है. जिसके कारण हर क्षेत्र में पर्यटकों की भीड दिखाई देने लगी है. दिसंबर में केरल, गोवा, कश्मिर, उत्तराखंड, जयपुर, सिमला जैसे क्षेत्रों में पर्यटकों की भीड दिखाई देने लगी है. हालांकि पर्यटन के प्रति देशवासियों में आरंभ से ही लगाव रहा है. लेकिन पर्यटन के विकास के लिए कुछ बुनियादी साधन जरुरी है. इसमें हवाई सेवा, इंटरनेट सुविधा आदि होना जरुरी है. देश में अनेक ऐसे क्षेत्र है जहां पर्यटन की शुरुआत की जा सकती है. अमरावती जिले में भी अनेक ऐसे स्थल है, जिनकी पौराणिक व एतिहासिक पृष्ठभूमि है. वहां पर पर्यटन की अनेक संभावना है. चिखलदरा, सालबर्डी, कौंडण्यपूर जैसे अनेक पौराणिक स्थल लोगों के आकर्षण रहे है. चिखलदरा तो यह वनसंपदा से रचा बसा क्षेत्र है. यह पर्यटन की अनेक संभावनाएं है. लेकिन पर्याप्त संसाधन न होने के कारण यहा का पर्यटन केवल जिले तक सीमित रह गया है.
किसी भी पर्यटन क्षेत्र के लिए यात्रा सुविधा का होना अतिआवश्यक है. खास कर हवाई सेवा पर्यटन उद्योग के लिए अति महत्वपूर्ण है. यही कारण है कि, पर्यटन की बुनियादी सुविधाओं में सैलानी सर्वप्रथम हवाई सेवा को ही देते है. कोई भी व्यवसायी बाराह-पंद्रह लंबा सफर उचित नहीं समझता. वहीं यदि हवाई सेवा रहती है तो वह तत्काल अपने गंतव्य तक पहुंच सकता है व यथाशीघ्र पर्यटन स्थलों को देखते निहारने के बाद वापस अपने कार्यों के लिए रवाना हो सकता है. विशेष कर विकेंड का लाभ व पर्यटन के जरिए ले सकता है. ऐसे में जरुरी है कि, हर क्षेत्र के पर्यटन के लिए सरकार ध्यान दें. बेशक गुजरात के केवडिया तक पहुंचने के लिए अनेक साधन अब उपलब्ध होने लगे है. इससे पर्यटन क्षेत्र को बढावा मिलेगा. लेकिन अभी यह उपक्रम केवल एक परिसर के लिए ही किया गया है. इसका विकेंद्रीकरण होना चाहिए. अनेक मीटरगेज रेल सेवा को ब्राडगेज बनाना जरुरी है. ताकि रेल सेवा में गति आये.
कुलमिलाकर पर्यटन उद्योग को अब गति मिल रही है. कश्मिर में पर्यटकों की संख्या में 88 फीसदी वृद्धि हुई है. निश्चित रुप से यह वृद्धि काश्मिर से अनेक बंधन हटाये जाने के बाद भी संख्या बढी है. जरुरी है कि, पर्यटन के विकास के लिए सरकार भी अपनी ओर से विशेष योगदान दें, आवश्यक रेल सेवाएं आरंभ कर पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराये. इस दिशा में प्रधानमंत्री द्बारा 6 रेल सेवा आरंभ कर एक नया इतिहास रचा गया है. यह क्रम भविष्य में भी चलता रहेगा. यह सबकी अपेक्षा है.