भारत ने अब आत्मनिर्भरता का दौर आरंभ हो गया है. सामरिक दृष्टि से भारत ने एक नई उचाई हासिल की है. फ्रांस से राफेल विमानों के खेप भारत में पहुंच रही है. फ्रांस में निर्मित यह विमान युद्धभूमि में अपनी मारक क्षमता के लिए विख्यात है. राफेल का फ्रांस की भाषा में अर्थ हवा में तूफान यह है. निश्चित रुप से राफेल के युद्धभूमि में कदम दुश्मनों का मनोबल तोडकर रख देंगे. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो, दुश्मनों का मनोबल तोडने के लिए राफेल यह नाम ही काफी है. राफेल का आधार बनाकर देश में विपक्ष ने विगत चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. लेकिन हिरे को अगर कांच कहकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जाए, तो निश्चित रुप से प्रयास करने वाला ही मुंह की खाएगा, चुनाव में वहीं हुआ. राफेल की क्षमता पहचाने बिना उस पर अनेक संदेह कायम करने का प्रयास किया गया. लेकिन आज जब चीन अपनी कूटनीति के जरिये भारत पर निगाहे लगाये हुए है. भारत की भूमि अपने कब्जे में करने का प्रयास कर रहा है. ऐसे में भारत के पा स अब राफेल जैसा मारक क्षमता वाला विमान आ गय ा है. जिससे चीन की स्थिति यह हो गयी है कि, वह अब भ ारत की ओर निगाह उठाकर भी नहीं देख सकता. वैसे भी देशवासियों ने चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर चीन की आर्थिक रीढ तोड दी है. भारत जैसा बाजारपेठ पाने के लिए दुनिया के सभी राष्ट्र ललाईत रहते है.चीन को भारतीय बाजारपेठ आसानी से मिल गया था.जिसके कारण उसके उत्पादों को भरपूर दरें मिल रही थी.लेकिन चीन की वर्तमान नीति देश के लि ए घातक साबित होने लगी थी. परिणाम स्वरुप देशवासियों को भारत के खिलाफ कार्रवाई करने वाले चीन को सबक देने के लिए ठोस निर्णय लेना पडा.देशवासियों ने चीनी वस्तुओं को न खरीदने का संकल्प लिया है.जाहीर है इससे चीन की आर्थिक कमर टूट गई है. लेकिन फिर भी वह अपनी खुरापात से बाज नहीं आ रहा है.नितनय हथकंडे अपनाकर भारत के खिलाफ कार्रवाई का कुचक्र चीन आज भी रच रहा है.आरंभ में भारतीय सीमा में उसने घुसपैठ का प्रयास किया है. यहा भी उसे पराजय का सामना करना पडा.परिणाम स्वरुप अब वह देश में आतंकी संगठनों को सहायता दे रहा है. खबरों के अनुसार खालीस्तान संगठन से जुडे लोगों को आर्थिक सहायता की पेशकश चीन द्बारा की गई है. निश्चित रुप से यह भारतीय मामलों में हस्तक्षेप कहा जाएंगा.हालांकि देश व देश के नागरिक चीन के हरकतों से वाकीफ हो चुके है.इसके चलते चीन के प्रयास कामियाब नहीं हो पाएंगे.लेकिन चीन को खुरापात का अवसर मिल जाएंगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह बुराई में अच्छाई खोजने का कार्य किया है वह सराहनीय है. लॉकडाउन के दौरान देश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है.ऐसे में चीन जैसे देश हिंसा का मार्ग अपनाना चाहते है, तो वर्तमान अर्थव्यवस्था को और भी खतरा निर्माण हो सकता है.निश्चित रुप से भारत युद्ध के पक्ष में नहीं है.वैसे भी विश्व में भारत में एक शांति स्थापित करने वाले देश के रुप में ख्याति प्राप्त की है.नम्रता भारत का अपना गुण है. किंतु यदि कोई इस नम्रता को कायरता समझता है, तो उसे सबक देने में भी भारत नहीं चुकता. इन दिनों चीन की हरकतें भारत के साथ कुछ इस तरह की ही हो रही है. परिणाम स्वरुप भारत में भी सीमा पर अपना सैन्य अभ्यास आरंभ कर दिया है. इससे दुश्मनों के मनोबल कमजोर होने लगे है. वैसे भी भारत के पास युद्ध संसाधन भरपूर है.देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पहले से ही इस बात को दोहरा रहे है कि, भारत हर स्थिति से निपटने के लिए सक्षम है.भारत का यह आत्मविश्वास चीन को भयभीत किये हुए है.इन दिनों देशभर में कोरोना संक्रमण तेजी पर है.सरकार को इस बीमारी से भी निपटना पड रहा है.जहां कुशल नेतृत्व होता है.वहा पर कितनी भी समस्याएं एक साथ आ जाए. उसका भी चुटकी बजाते ही हल निकल आता है.
भारत की सामरिक दृष्टि से मजबूती वैसे भी पाकिस्तान एवं चीन को निराश किये हुए है.अब मारक क्षमता वाला राफेल का आगमन हो रहा है.निश्चित रुप से इससे दुश्मनों का मनोबल और भी टूट जाएंगे तथा भारत की सुरक्षा अत्यंत रहेगी.दुश्मनों के लिए बेहतर यहीं है कि, वे अनावश्यक रुप से भारत के साथ पंगेबाजी ना करें.क्योंकि अब भारत अपने आप में भरपूर सक्षम हो गया है व छद्म युद्ध करने वाले चीन-पाकिस्तान जैसे देशों का हौसला तोड सकता है. इसलिए अब दुश्मन को भी भारत पर आक्रमण से पहले कई बार सोचना होगा. कुलमिलाकर भारत जो पहले से ही सामरिक दृष्टि से कार्य कर रहा था.भविष्य में भी भारत अपनी मजबूती पर और भी प्रखर बनाएंगा. जिस तरह सामरिक तैयारी कर भारत में दुश्मनों को हौसले कमजोर किये है.उसी तरह अब देश को बिगडी अर्थव्यवस्था तथा कोरोना जैसी महामारी से लडना होगा. केवल संघर्ष ही नहीं बल्कि विजय हासिल करना भी भारत का लक्ष रहेंगा.आने वाले दिनों में भारत में मजबूती के अन्य मापदंड भी निर्मित होेंगे. बहरहाल राफेल का आगमन देश में हो गया है.यह आगमन देशवासियों का हौसला बुलंद करेंग.इसमें शक नही है.