संपादकीय

21 वीं सदी में भी अंधश्रध्दा

चंद्रपुर जिले के जिविती तहसील के वणी खुर्द इस दुर्गम गांव में जादु टोना के संदेह में गांव के लोगों ने एक वृध्द महिला व पुरूष को बांधकर उनकी जबर्दस्त पिटाई की. इस मामले में पुलिस ने 23 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए है. शनिवार को ग्रामवासियों द्वारा गांव में एक महिला और पुरूष द्वारा जादु टोना किया जाता है. इस बात को लेकर उनके साथ अमानवीय मारपीट की गई. 21 वीं सदी मेंं जब हर चीज वैज्ञानिक रूप से अमल में लायी जा रही है. ऐसे में कोई जादु टोना करे यह बात भी स्वीकार नहीं की जा सकती. लेकिन आज भी अनेक लोग अंधश्रध्दा के कुचक्र में फंसे हुए है. कहीं जादू टोना का शक है तो कोई लोगों को अंधश्रध्दा के नाम पर ठग रहा है. जरूरी है कि ऐसे तत्वों के खिलाफ कडी कार्रवाई की जानी चाहिए. जादु टोना के शक में महिला पुरूष के साथ मारपीट करने की घटना चिंताजनक है. इस मामले में दोषियों पर कडी से कडी कार्रवाई की जानी चाहिए. साथ ही जब सभी क्षेत्रों में शिक्षा का प्रसार हो रहा है. तब इस तरह की घटनाओं का होना राज्य की प्रगतिशीलता के समक्ष प्रश्न चिन्हे खडा कर देता है. बहरहाल सरकार को इस घटना की जांच कर दोषियों पर कडी कार्रवाई करना चाहिए. इसके लिए सरकार की ओर से अंधश्रध्दा संबंधी अनेक कानून भी बनाए गये है. लेकिन उनका अमल न होने के कारण ग्रामीण और दूर्गम क्षेत्रों मेंं अंधश्रध्दा संबंधी घटनाएं आमतौर पर होती रहती है. इसके लिए सेवाभावी संस्थाओं को चाहिए कि वे ग्रामीणों एवं दुर्गम क्षेत्र में रहनेवालों को अंधश्रध्दा के विरोध मे जागृति की जानी चाहिए.

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