संपादकीय

साईबर क्राईम पर कसे शिकंजा

आए दिन ऑनलाइन ठगी के मामले अनेक स्थानों पर हो रहे है. इस बारे में अमरावती की साइबर पुलिस की टीम ने वर्ष 2020 में ऑनलाइन ठगी के मामलो का पर्दाफाश करते हुए गुजरात नई दिल्ली और राज्य के विभिन्न जिले से 10 परप्रांतीय जालसाजो को पकडने में सफलता प्राप्त की है. उनके पास से 16 लाख 9 हजार 467 रूपये की नगद राशि जब्त की. हालाकि शहर में साइबर अपराध विगत कई दिनों से हो रहे है. ऑनलाईन ठगी के मामले में अब तक अनेक लोगों की लाखों रूपये की राशि का नुकसान हुआ है. जिसके चलते वर्तमान पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने ऑनलाइन ठगी के मामलो पर ध्यान केन्द्रित किया व आरोपियों को पकडने लोगों में सायबर मामलो में जागरूकता लाने का प्रयास किया गया. आनलाईन ठगी के मामलों में अक्सर लोगों के नये खातों की जानकारी ली जाती है. एवं बाद में ऑनलाइन ठगी की जाती है. सामान्य व्यक्ति अपनी जीवनभर की पूंजी बैंक मे यह सोचकर जमा करता है कि विपरित स्थितियों मे यह पैसा काम आयेगा. इसके लिए वह उस रकम को बढाने की कोशिश करता है. लेकिन कुछ सायबर अपराधी उसकी इस रकम पर ध्यान बनाए रखते है और मौका पाते ही अपनी चालाकी से यह रकम उडा लेते है. यही कारण है कि अब लोगों में इस बात को लेकर चिंता है कि वे अपनी रकम किस तरह सुरक्षित रखे. इस बारे में पुलिस आयुक्त द्बारा जो कदम उठाए गये है. वे सराहनीय है. पुलिस आयुक्त ने साइबर अपराधियों पर ध्यान केन्द्रित कर उनको खोज निकाला व 16 लाख से अधिक की राशि हासिल की.
ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए आम नागरिको को भी सावधान रहना जरूरी है. यदि सामान्य नागरिक इस तरह के जो फर्जी कॉल आते है उन पर विश्वास न करे कई बार कोई व्यक्ति सामान्य व्यक्ति को यह कहकर उसके खाते की जानकारी हासिल करने की कोशिश करता है कि तुम्हारा खाता बंद होने वाला है. सामान्य नागरिक घबराहट में अपनी राशि एवं खाते की पूरी जानकारी दे देता है. यही एक भूल उसके लिए खतरनाक साबित होती है. इस हालत में यदि किसी व्यक्ति को फर्जी कॉल आता भी है तो वह सामनेवाले व्यक्ति को अपने खाते के विषय में जानकारी न दे. यह कहकर फर्जी कॉल को टाला जा सकता है कि बैंक में आकर अधिकारियों से चर्चा करने की जायेगी. निश्चित रूप से यदि सामान्य नागरिक स्वयं जागरूक रहा तो ऑनलाईन ठगी के मामलो में भारी कमी आ सकती है. इसके लिए पुलिस विभाग के सायबर सेल को विशेष रूप से ध्यान देना होगा. यदि इस तरह की घटनाए होती रही तो निश्चित रूप से अपराधियों का मनोबल बढाना होगा. बीते दिनों लॉकडाउन एवं अन्य कारणों से लोग परेशान है. ऐसे में यदि उनकी थोडी सी लापरवाही के कारण उनके खाते की राशि गायब हो जाती है तो यह उसके लिए कठिन संकट बन जाता है. जरूरी है कि ऐसे मामलों में स्वयं नागरिक ध्यान दे. साथ ही पुलिस प्रशासन को भी इस मामले में अलर्ट रहना होगा. यदि ऐसा किया जाता है तो निश्चित रूप से सायबर अपराध में कमी आयेगी.

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