सत्ता के दो दशक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) अपने ऊर्जावान व्यक्तित्व,मौलिक सोच एवं प्रभावी कार्यशैली के कारण विगत २० वर्षो से सत्ता से जुड़े हुए है.विशेषकर इन दो दशको में उन्होंने शीर्ष पदो को ही स्वीकार किया. केवल पद पर रहना ही उनकी विशेषता नहीं रही. पद की गरिमा को कायम रखते हुए अपने कार्य को दिशा देना यह उनकी मौलिक उपलब्धि है. २० वर्ष पूर्व यानी ७ अक्तूबर २००१ को उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तब से लेकर अब तक भारत की जनता द्वारा निर्वाचित सरकार के मुखिया के रूप में वे कार्य करते रहे. विशेष यह कि उनकी कार्य की विशेष शैली हर किसी को प्रभावित करती रही. आरंभिक जीवन में उन्होंने एक कायकर्ता की तरह कार्य संभाला. कार्यकर्ता के रूप में काम करते समय उन्होंने सामान्य व्यक्ति से लेकर उच्च वर्गीय व्यक्तियों तक के लोगों से संपर्क किया. जिसमें उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी है. २०१४ में संसदीय चुनाव में उनका स्पष्ट बहुमत के साथ निर्वाचन हुआ. जिस समय वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे. उस समय गुजरात के विकास के लिए अनेक कार्य किए. तत्पश्चात २०१४ में उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार माना गया. भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव जिससे उनकी प्रतिभा और भी निखरकर सामने आयी. इसके चलते देशवासियों ने माना कि उनकी कार्यशैली में पारदर्शिता है. यही वजह है कि लोगों ने उनके कार्य को स्वीकार किया. अपने प्रधानमंत्रीत्व काल में उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए. हालाकि यह निर्णय जनहित में लिए गये है. जिसके कारण जनसामान्य में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है.
अपने इस लंबे कार्यकाल में प्रधानमंत्री ने अनेक जनहितकारी निर्णय लिए है. इसमें मुख्यरूप से २०१४ में जनधन योजना का आरंभ किया. २०१६ में डिजिटल इंडिया मुहीम के तहत भीम एप लांच किया. जो कि डिजिटल मुहीम के लिए बड़ी बात थी. २०१६ में लॉकडाऊन के दौरान भीम एप लांच किया. इसी तरह अनेक नये कृत्य उन्होंने किए.जो ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण रहे. २०१७ में जीएसटी को लागू किया. इस तरह अनेक कार्य उन्होंने २० वर्ष सत्ता में रहते हुए उन्होंने किए है.
एक सक्षम प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें जाना जाता है. क्योंकि उनके जो निर्णय रहे है वे अत्यंत प्रभावी रहे है. हालाकि उनके निर्णयों का विपक्षी की ओर से विरोध रहा है. यही कारण है कि उनका विरोध करने के लिए समूचा विपक्ष एक साथ खड़ा है.लेकिन प्रधानमंत्री इससे कभी विचलित नहीं हुए.
लगातार सत्ता में बने रहने से उनके अनुभव में भी प्रखरता आयी है. जिसके आधार पर उन्होंने देश में कई रचनात्मक कार्य किए है.जिसके कारण केवल भारत ही नहीं बल्कि समूचे विश्व में उनके कार्यो की सराहना हुई है. प्रधानमंत्री का जो कार्य है वह उनके विरोधियों को भी सोचने को मजबूर कर दे रहा है. विगत संसदीय चुनाव में एकमात्र नरेन्द्र मोदी को लक्ष्य बनाकर करीब २० से अधिक राजनीतिक पार्टियां एकजुट हो गई थी. लेकिन बेमेल गठबंधन के कारण यह कार्य ज्यादा आगे नहीं चल सका. संसदीय चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने २०१४ में मिले मतों से अधिक मत हासिल कर अपना ही रिकार्ड तोडा. आज प्रधानमंत्री के रूप में वे सत्तासीन है तथा लोगों को अभी भी उनसे भारी उम्मीदे है.
कुल मिलाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक ऊर्जावान व्यक्तित्व के रूप में समूचे विश्व के सामने आए है. उनकी कार्यशैली के कारण अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लेना संभव हुआ. विशेष यह है कि विपक्ष चाहे जितने आरोप लगा ले, लेकिन प्रधानमंत्री का पद निष्कलंक है तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने पद की गरिमा को समझते है. प्रधानमंत्री के सत्ता में रहते २० वर्ष पूरे हो रहे है, ऐसेे में उनके निर्णयों को विशेष रूप से देखा जा रहा है. आंतरिक सुरक्षा के साथ जन सामान्य की भी सुरक्षा को तरजीह दे रहे है. यहां तक की सीमा पर बढ़ते तनाव को देखकर ही उन्होंने अपना हौसला नहीं खोया बल्कि सेना को इतना अधिक मजबूत कर दिया है कि वह किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है. अभिप्राय यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कार्य लगातार २० वर्षो से जारी है और यह कार्य आनेवाले अनेक वर्षो तक जारी रहेगा. क्यांकि उनका अद्वितीय व्यक्तित्व व कार्यशैली देशवासियों के दिल में बस गई है. जिसके कारण आने वाला समय भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ही रहेगा. यह कहने में अतिश्योक्ति नहीं होगी. देश इस समय अनेक संकट की स्थितियों से गुजर रहा है, ऐसे में कोरोना का संक्रमण देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर चुका है.
आनेवाले समय में भी इसी तरह अर्थव्यवस्था पर असर आ सकता है. जिसके कारण आनेवाले समय में कई कठिनाइया निर्मित हो सकती है. लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ऐसा सक्षम नेतृत्व देश के पास होने के कारण इन सभी कठिनाईयों को आसानी से दूर किया जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह कार्यरथ इसी तरह चलता रहे व देश के हित में उनके कार्यो से देशविकास में योगदान मिलता रहे.यह हर भारतवासी की चाह है. निश्चित रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दो दशको से जारी अपनी परंपरा को जीवंत रखा जायेगा और जनहित में उनके कार्य जारी रहेंगे.यही शुभकामना ।