तीरंदाजी वर्ल्ड कप में दीपिका का 3 गोल्ड मेडल्स पर कब्जा
ओलंपिक के लिए कसी कमर

पेरिस/दी.२७- तीरंदाजी वर्ल्ड कप 2021 (Archery World Cup 2021) में भारत की स्टार प्लेयर दीपिका कुमारी ने शानदार प्रदर्शन किया और अपने मुल्क को बड़ी कामयाबी दिलाई. फैंस को उनसे ऐसी ही उम्मीदें थीं.
दीपिका का 3 गोल्ड मेडल्स पर कब्जा
फार्म में चल रही अनुभवी रिकर्व तीरंदाज दीपिका कुमारी के शानदार प्रदर्शन से भारत ने रविवार को तीरंदाजी वर्ल्ड कप (Archery World Cup) के तीसरे चरण में 3 गोल्ड मेडल्स अपनी झोली में डाले. इससे इस टूर्नामेंट में भारत के नाम चार स्वर्ण पदक रहे. शनिवार को अभिषेक वर्मा ने कम्पाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में गोल्ड जीता था. जुलाई में होने वाले टोक्यो ओलंपिक से पहले भारत का यह इस वर्ल्ड लेवल टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन रहा. दीपिका का 3 गोल्ड मेडल्स दिलाने में अहम रोल रहा. उन्होंने महिला व्यक्तिगत रिकर्व स्पर्धा के फाइनल में रूस की एलिना ओसिपोवा को 6-0 से हराकर एक दिन में स्वर्ण पदकों की हैट्रिक पूरी की. इससे पहले वह मिश्रित और महिला रिकर्व टीम के स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थीं.
पति-पत्नी ने मिलकर जीता गोल्ड
मिश्रित टीम स्पर्धा के फाइनल में दीपिका और उनके पति अतनु दास की 5वीं वरीय जोड़ी ने नीदरलैंड के जेफ वान डेन बर्ग और गैब्रिएला शोलेसर से 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 5-3 से जीत हासिल की. इससे पहले स्टार तीरंदाज दीपिका, अंकिता भगत और कोमोलिका बारी की भारतीय महिला रिकर्व टीम ने मेक्सिको पर 5-1 की आसान जीत से स्वर्ण पदक जीता.
दीपिका के पति ने जताई खुशी
महिला रिकर्व टीम पिछले हफ्ते टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने से चूक गयी थी और इस स्वर्ण पदक से उसने इस निराशा को कम करने की कोशिश की. अतनु ने जीत के बाद कहा, ‘यह शानदार अहसास है. पहली बार हम एक साथ फाइनल में खेल रहे थे और हमने एक साथ जीत हासिल की, बहुत खुशी महसूस हो रही है.’
पिछले साल हुई थी शादी
अतनु और दीपिका ने पिछले साल शादी की थी और 30 जून को उनकी पहली सालगिरह होगी. उन्होंने कहा, ‘ऐसा लगता है कि हम एक दूसरे के लिए बने हैं. लेकिन मैदान में हम युगल नहीं हैं बल्कि अन्य प्रतिस्पर्धियों की तरह हम एक दूसरे को प्रेरित करते हैं, सहयोग करते हैं और एक दूसरे का समर्थन करते हैं.’
बतौर पति-पत्नी पहला गोल्ड
दिलचस्प बात है कि दुनिया की पूर्व नंबर एक तीरंदाज दीपिका के लिए यह पहला मिश्रित युगल स्वर्ण पदक है जो इस स्पर्धा में पहले 5 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल्स जीत चुकी हैं. उनका आखिरी मिश्रित युगल फाइनल भी अतनु के साथ था, जब उन्हें अंताल्या वर्ल्ड कप 2016 में कोरिया से हार का सामना करना पड़ा था. दीपिका ने महिला टीम को इस साल वर्ल्ड कप में लगातार दूसरा स्वर्ण पदक दिलाने की अगुआई की. उन्होंने कहा, ‘बहुत खुशी हो रही है.’
पूरे मैच में दीपिका का दबदबा
दुनिया की तीसरे नंबर की तीरंदाज दीपिका, अंकिता और कोमोलिका की तिकड़ी ने वर्ल्ड कप के पहले चरण के फाइनल में भी मेक्सिको को हराकर पहला स्थान हासिल किया था. टीम ने इस तीसरे चरण में भी मेक्सिको को हराकर स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान एक भी सेट नहीं गंवाया. इस साल यह विश्व कप में उनका लगातार दूसरा और कुल मिलाकर छठा (शंघाई 2011, मेडेलिन 2013, रोक्लॉ 2013, रोक्लॉ 2014, ग्वाटेमाला सिटी 2021) स्वर्ण पदक है। हर बार टीम में दीपिका शामिल थी.
भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन
भारतीय टीम का प्रदर्शन शानदार रहा जिसमें पहले सेट में स्कोर 57-57 था। लेकिन दूसरे सेट में भारतीय टीम ने मेक्सिको की टीम पर दबाव बनाया जिसमें लंदन 2012 की रजत पदक विजेता ऐडा रोमन, एलेजांद्रा वालेंसिया और अन्ना वाज्क्वेज शामिल थीं। दूसरे सेट में मेक्सिको की टीम 52 अंक जुटाकर तीन अंक से पिछड़ गई. भारतीय टीम 3-1 से आगे थी और उसने तीसरे सेट में भी अच्छे निशाने लगाते हुए 55 अंक जुटाये लेकिन मेक्सिको की टीम बराबरी नहीं कर सकी और एक अंक से तीसरा सेट गंवा बैठी. इस तरह उसे इस साल लगातार दूसरी हार झेलनी पड़ी.





